शुक्रवार, 2 फ़रवरी 2018

आंसू हैं ताकत

 आंसू तेरे नाम.....

तुम कहते हो आंसू का बहना अच्छा होता है..आंसू से मन को ताकत मिलती है...आंसू अगर ना बहें तुम्हारे तो तुम विक्षिप्त हो जाओगे..कितनी विडम्बना है ना ये जिसके लिए आंसू बहते हैं वो ही कहते हैं बहने दो इसे बह जाने दो...वो प्रेम ही क्या जो आंसू के रूप में आखों को सजल ना करे...सुनने में तो बात बड़ी अजीब लगी पर यथार्थ में महसूस किया तो सच मानिए बड़ी खुशी हुई कि आप आत्मा से इतने मासूम हैं कि वो किसी के प्रेम मे विलग होने पर विछोह में रोते हैं..किसी के मिलने पर भी खुशी से आंखे नम होती हैं...यही तो सहजता है जो आज किसी-किसी में ही देखने को मिलती है..और अगर खुद में मिले यकीन मानिए खुशनसीब हैं कि आप सही मायने में इंसान है...जीवन के छोटे-बड़े अनुभव लेते जीवन का एक लंबा वक्त हमने जी लिया...कभी वर्तमान में तो कभी स्मृतियों में...ये भी तुमने ही मुझे समझाया कि हम अपना ज्यादातर जीवन स्मृतियों में जीते हैं तभी शायद अलग होकर भी हम खुश रह पाते हैं,जी पाते हैं..स्मृतियां भी तो कभी वर्तमान थी जिसमे अगर आपने अपना सौ फीसद जिया है तो वो सुखद और संतोषप्रद ही होती है..कोई अफसोस नहीं होता और जब कभी आप खुद के साथ होते हैं तो वही पल आपकी ताकत बन जाते हैं....